ज़िन्दगी को एक मुकम्मल जहाँ दे दो
मेरी धरती को थोड़ा सा आसमान दे दो
मुठ्ठी भर खुशियाँ दामन में समा लूँ
गम के आने तक ज़िन्दगी को ये फ़रमान दे दो
मेरी धरती को थोड़ा सा आसमान दे दो
मुठ्ठी भर खुशियाँ दामन में समा लूँ
गम के आने तक ज़िन्दगी को ये फ़रमान दे दो
No comments:
Post a Comment